मौखिक अभिव्यक्ति हिंदी oral presentation in Hindi: के बारे में उदाहरण सहित जानकारी। बोलने की कला मौखिक अभिव्यक्ति होती है। भाषण संवाद लेखन कविता लेखन और इसे बोलना मौखिक अभिव्यक्ति इसके बारे में सारी जानकारी इस पोस्ट में दी गई है। class 10th 12th CBSE board Hindi UP board Hindi MP Board Hindi के विद्यार्थियों के साथ प्रतियोगी परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों के लिए यह पोस्ट उपयोगी है।
देश विदेश में सभी हिंदी भाषा पढ़ने वाले विद्यार्थियों का स्वागत है आज हम आपको मौखिक अभिव्यक्ति हिंदी भाषा में क्या है इसके बारे में पूरी जानकारी आपको देने जा रहे हैं। oral presentation in Hindi with example information for your Hindi knowledge. विश्व तीसरी सबसे अधिक बोली जाने वाली भाषा हिंदी है जिसके लिपि देवनागरी है। इसमें लिखित अभिव्यक्ति और मौखिक अभिव्यक्ति होना आज के समय में आवश्यक है। लिखित अभिव्यक्ति में लघु कथा लिखना, अनुच्छेद लेखन, पत्र लेखन, संवाद लेखन, विज्ञापन लेखन, संदेश लेखन, सिनेमा के लिए लेखन, समाचार पत्र के लिए लेखन, वेबसाइट के लिए हिंदी में लेखन इत्यादि ढेरों क्षेत्र है जिसमें हिंदी लेखन को बढ़ावा मिल रहा है।
इन विधाओं में लेखन के लिए पारंगत होने के लिए आपको हिंदी भाषा को पढ़ना हमारे इस वेबसाइट से जुड़े रहना है। आज हम आपसे मौखिक अभिव्यक्ति कैसे की जाए इसके लिए भी लिखना पड़ता है। यदि किसी को किसी विशेष अवसर पर भाषण बोलना है तो वह अपने भाषण को सिलसिलेवार तरीके से लिख कर उसे याद करके या उन बिंदुओं को समझ कर वह बोलता है। मौखिक अभिव्यक्ति बहुत ही आवश्यक है।
Oral अभिव्यक्ति क्या है?
जब हम भाषण, संवाद, कविता बोलकर अपने विचार से लोगों को परिचित कराते हैं। यह प्रक्रिया मौखिक होती है। इसलिए इसे मौखिक अभिव्यक्ति कहा जाता है। जब किसी ऐसे व्यक्ति को जिसको अक्षर का ज्ञान नहीं है लेकिन का ज्ञान नहीं है लेकिन वह भाषा जानता है तो वह अक्सर मौखिक अभिव्यक्ति करता है। वह अपने भावों विचारों और अपने मन की बातों को जब इसी भाषा के रूप में बोलकर बताता है तो उसे मौखिक अभिव्यक्ति कहते हैं। पढ़े लिखे लोग भी बोल कर अपनी बात कहते हैं इसे मौखिक अभिव्यक्ति कहा जाता है। जब टीवी एंकर किसी बात को बताता है तो भी हमारी अभिव्यक्ति में आती है।
मौखिक अभिव्यक्ति क्यों जरूरी है?
आज के युग में सफलता का मूल मंत्र है कि आप कितना अधिक अपने विचारों को और अपनी बातों को सही तरीके से अभिव्यक्त कर सकते हैं। एक सफल नेता एक सफल वक्ता होता है। एक कंपनी का सबसे अच्छा कर्मचारी इसलिए प्रभावशाली होता कि उसकी मौखिक अभिव्यक्ति भी बहुत उत्तम होती है। एक पत्रकार की मौखिक अभिव्यक्ति अगर बेहतर नहीं होगी तो वह अपनी बात को लोगों तक पहुंचा नहीं सकता है। आपको बता दें कि मौखिक अभिव्यक्ति के लिए सुनने की क्षमता भी होनी चाहिए इसके अलावा लिखित साहित्य को पढ़कर भी हम अपने विचारों को पैदा करते हैं। जो भाव और विचार आपके मन में है उसे दूसरे तक अभिव्यक्त करने के दो ही माध्यम है पहला माध्यम लिखित और दूसरा मौखिक अभिव्यक्ति का होता है।
Hindi Oral Presentation | श्रवण कौशल |
CBSE board | class 10 and 12 |
मौखिक अभिव्यक्ति के विधाएं | Speech |
श्रवण कौशल यानी सुनने की क्षमता Listening
यदि कोई कुछ बता रहा है उसे हम सही तरीके से सुनकर और समझ लेते हैं तो हम इसे मौखिक रूप से अभिव्यक्त भी कर सकते हैं। इसलिए एक अच्छा श्रोता एक अच्छा वक्ता होता है इस वाक्य का अर्थ है कि जो दूसरों को ठीक ढंग से सुनता है वह अच्छा बोलने वाला भी हो सकता है।
श्रवण कौशल यानी सुनने की क्षमता हर विद्यार्थी को बढ़ाना चाहिए। कक्षा में शिक्षकों द्वारा दिए गए निर्देश और उनकी बातें यदि छात्र समझता है तो वह अपने पढ़ाई में अव्वल हो जाता है।
सीखने की प्रक्रिया में श्रवण कौशल बहुत महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। हिंदी भाषा में सुनने की क्षमता और वाक्यों की समझने की क्षमता शब्दावली और व्याकरण के ज्ञान पर भी निर्भर करता है लेकिन जब आप इसका प्रयास करते हैं तो स्वता ही बहुत से शब्दावली सुनकर और व्याकरण के नियम पढ़ लिख कर ही समझ में आ जाता है। इसलिए भाषा को विभिन्न मौखिक माध्यमों से भी समझना और बोलना चाहिए।
Oral अभिव्यक्ति के विधाएं
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि मौखिक रूप से अपने आप को अभिव्यक्त करने की कई विधाएं यानी श्रेणी है जैसे इसमें भाषण सबसे प्रमुख है। यदि आप किसी जनसमूह के सामने अपनी बात को मौखिक रूप से अभिव्यक्त कर सकते हैं तो निश्चित तौर पर आप एक बेहतर नेतृत्व वाले व्यक्तित्व बन सकते हैं। मौखिक अभिव्यक्ति के विधाओं के बारे में आगे हम चर्चा कर रहे हैं।
भाषण मौखिक अभिव्यक्ति का साधन
भाषण इस प्रकार का होना चाहिए जो पाठक को समझ में आ जाए ऐसा आते आप जब भी कोई चीज बोल रहे हैं तो आपके विचारों के साथ भाषा शैली पर भी ध्यान रखा जाता है।
भाषण करते समय आपकी भाषा और आप की विषय वस्तु श्रोताओं के अनुरूप होना चाहिए। अर्थात जब आप किसी बच्चों के लिए कोई भाषण प्रस्तुत करते हैं तो निश्चित तौर पर उन बच्चों की आयु को ध्यान में रखकर आपकी भाषा और विषय वस्तु होना चाहिए। जब आप विद्वानों के बीच में भाषण करते हैं तो आप की विषय वस्तु यानी जो आप बताना चाह रहे हैं वह विशेष और अलग होना चाहिए इसके साथ भाषा भी उत्तम होनी चाहिए इसमें विभिन्न तरह की शब्दावली का प्रयोग कर सकते हैं क्योंकि आपका श्रोता इसे समझने में सक्षम है।
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मौखिक अभिव्यक्ति संवाद, Dialogue Presentation
जीवन के हर क्षेत्र में जब आप किसी से बातचीत करते तो आपको डायलॉग यानी संवाद की आवश्यकता होती है अर्थात सामने वाले से जब आप वार्तालाप करते हैं तो आप संवाद ही बोलते हैं। मौखिक अभिव्यक्ति में संवाद का बड़ा महत्वपूर्ण स्थान होता है। आपने फिल्में देखी होगी उसमें जो संवाद नायक के द्वारा और प्रति नायक के द्वारा बोली जाती है, वह कहानी को आगे बढ़ाता है। संवाद एक तरह से लिखा तो जाता है लेकिन वह बोलने के लिए होता है इसलिए नाटक और फिल्मों में संवाद का बहुत बड़ा महत्व होता है।
कविता मौखिक अभिव्यक्ति Poetry Presentation
जब आप कविता लिखते हैं तो अपनी संवेदनाओं को और भावनाओं को दूसरे तक व्यक्त करते हैं। जब आप कविता सुनाते हैं तो या अभिव्यक्ति एक दूसरे माध्यम में होती यानी कि मौखिक माध्यम। लय ताल और शब्दों के सही संयोजन से कविता पाठक श्रोता तक बेहतर तरीके से समझी जाती है। आपने देखा होगा मंचों में सुनाई जाने वाली कविता मौखिक अभिव्यक्ति का सबसे बड़ा उदाहरण है इस कविता में शब्दों की शब्दावली लाए और शैली के अनुसार रखी जाती है और बातों को इस तरह से कविता के माध्यम से प्रकट किया जाता है जिससे कि सुनने वाला कविता से जुड़ जाता है। कविता में कही गई बातें उसके अपने जीवन के क्षणों और अनुभवों से जोड़ता है इसलिए श्रोता आत्ममुग्ध हो जाता है।
मौखिक अभिव्यक्ति के उपरोक्त तरीकों के बारे में हमने बताया है। oral presentation हिंदी भाषा में बहुत महत्व रखता है। कई अवसरों पर बोले जाने वाले भाषणों के उदाहरण भी दिया हुआ है इसका लिंक निम्नलिखित है क्लिक करके आप पढ़ सकते हैं।
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