झोपड़ी

झोपड़ी

कहां है घर
किस नगर में है
यह घर कहां
महल की रोशनी
आबाद है।
घर
यहां है
घर नहीं
महलों में सने
खून की बूंदें।
हर ईंट में
झोपड़ी की मेंहनत।
बीमार झोपड़ी
बीमार सरकारी अस्पताल
बीमार है तंत्र
झोपड़ी में खाना
झोपड़ी की आवाज
नहीं सुनी
सुनसान झोपड़ी पड़ी
अभी अभी परिंदा उड़ चुका है।
See also  शिक्षिका रंजना अवस्थी ने शिक्षा में पढ़ाने के तरीके में नये प्रयोग कर, सँवार दिया बच्चों का भविष्य

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top