हिंदी की प्रभावी तैयारी के लिए अपनाएं ये तरीका
टीईटी 201 हिंदी भाषा की तैयारी के लिए पाठ्यक्रम को एक बार अवश्य देख लें जो छूट गए हैं टॉपिक उसे आप जरूर पढ़ें। संधि और समास के नियमों को भली-भांति समझ ले और इन पर आधारित अक्सर पूछे’ जाने वाले प्रश्नों को हल करें। हिंदी वैज्ञानिक भाषा है। संज्ञा, सर्वनाम, क्रिया, क्रिया-विशेषण आदि के प्रकारों को मेमोरी प्वाइंट बनाकर याद रखना आसान है। हिंदी भाषा-विकास के अध्यापन से संबंधित प्रश्नों में हिंदी पढ़ाने का तरीका, हिंदी अध्यापन के सिद्धांत, श्रवण व वाक् क्षमता से संबंधित प्रश्नों को समझल लें।
ध्वनि भाषा की छोटी इकाई है इसलिए स्वर-व्यंजन आदि को भी चार्ट के रूप में लिखकर ध्वनियों के प्रकार को याद कर लेना चाहिए।इसके अलावा अनुस्वार, अनुनासिक में क्या अंतर है, इस टॉपिक को ध्यान से समझना जरूरी है। विराम चिह्नों का प्रयोग, गद्यांश व काव्यांश के प्रश्नों को हल करते समय (गद्यांश में) प्रयोग किए गए विराम चिह्नों से अच्छी तरह से समझ लेना चाहिए। इससे आपका समय बचेगा और गद्यांश व पद्यांश से नए शब्द भी सीखेंगे इसके लिए इन शब्दों को मोबाइल से सर्च कर इनके अर्थ व विलोम शब्द को भी जान लेना चाहिए।
पर्यायवाची, विलोम, प्रत्यय उपसर्ग, तत्सम, तद्भव, देशज शब्द के अंतर को भी समझ लेने से बहुविकल्पीय प्रश्नों के उत्तर करना आसान हो जाता है। प्रमुख कवियों और लेखकों की रचनाएँ याद करने से भी विकल्प वाले प्रश्न करना आसान होता है। मॉडल पेपर निर्धारित समय में करने से आप में आत्मविश्वास बढ़ेगा। याद रखिए की हिंदी का कम समय में अधिक अध्यन किया जा सकता है और इसमें सर्वाधिक अंक प्राप्त किया जा सकता है।
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