CBSE News: खबर निकल कर आ रही है कि CBSE बोर्ड ने 36 स्कूलों की मान्यताएं रद्द कर दी है। आखिर क्या वजह है कि सीबीएसई एफिलिएटिड इन 36 स्कूलों की मान्यता खत्म कर दी गई है। सबसे पहले आपको बता दे कि यह सभी स्कूल बोर्ड के पटना जोन के अंतर्गत आते हैं।
केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड सीबीएसई ने बड़ी कार्रवाई करते हुए 36 स्कूलों की मान्यता को समाप्त कर दिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे कि यह स्कूल बोर्ड के पटना जोन के अंतर्गत आते हैं। सही जानकारी के अनुसार बिहार राज्य में 26 और झारखंड के 10 स्कूलों की मान्यताएं रद्द की गई है। यह सभी स्कूल सीबीएसई बोर्ड द्वारा एफिलिएटिड है। वही सीबीएसई बोर्ड ने इन स्कूलों की मान्यता रद्द करते हुए इन सभी स्कूलों की लिस्ट अपनी वेबसाइट पर जारी कर दिया है। पेरेंट्स और स्टूडेंट को इसके बारे में जानकारी दी है कि इन स्कूलों में एडमिशन न कराएं।
36 सीबीएसई स्कूलों की मान्यता क्यों हुई रद्द
प्राप्त जानकारी के अनुसार इन स्कूलों में पढ़ाई के नाम पर मोटी रकम वसूली जा रही थी। जबकि इन स्कूलों में पढ़ाई व्यवस्था और दूसरी सुविधा के नाम पर गड़बड़ झाला था। सीबीएसई बोर्ड ने जांच के दौरान ऐसे स्कूलों को चिन्हित किया है जहां पढ़ाई नहीं होती है और फीस के नाम पर मोटी रकम वसूली जाती है। सीबीएसई बोर्ड ने अब बड़ी कार्रवाई करते हुए इन स्कूलों पर लापरवाही का मामला दर्ज किया है और मान्यता रद्द कर दी है।
स्टूडेंट परीक्षा नहीं होगी रद्द
वही सीबीएस ने इस बात पर खास ध्यान रखा है की मान्यता रद्द होने वाले इन स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों का भविष्य खराब ना हो। इसलिए इन स्कूलों के स्टूडेंट्स को आखिरी बार पेपर देने का अवसर दिया है। आपकी जानकारी के लिए बता दे की स्कूलों में स्टूडेंट की संख्या 7000 से अधिक है। जिनमें से ज्यादातर छात्रों ने बोर्ड परीक्षा के लिए फॉर्म भरा है ऐसे में यह छात्र अपनी बोर्ड परीक्षा दे सकेंगे।
सीबीएसई बोर्ड मान्यता लेने के लिए स्कूलों को करनी पड़ती है इन नियमों का पालन
बता दे कि स्कूलों को सीबीएसई बोर्ड से मान्यता हासिल करने के लिए नियम और शर्तों का करना पड़ता है पालन। इन नियमों का पालन और फॉलो अप स्कूल नहीं करता है तो सीबीएसई द्वारा जाँच कर मान्यता ख़तम कर दी जाती है। सीबीएसई बोर्ड से स्कूलों को मान्यता लेने के लिए सीबीएसई एफिलिएशन बाई लॉज के नियमों का पालन करना होता है। कुछ जानकारी आपको दे दे, जैसे कि स्कूल में इंफ्रास्ट्रक्चर सही होना जरूरी है।
आपको बता दे कि जैसे खेल का मैदान, लेबोरेटरी, लाइब्रेरी और क्लास की सही साइज होना जरूरी है। इसके अलावा क्वालिटी एजूकेशन और पढ़ाई के अलावा खेलकूद, कार्यक्रम आयोजन की एक्टिविटीज की व्यवस्था पर भी ध्यान दिया जाता है।
इन सब नियमों और शर्तों का पालन हर स्कूल को करना होता है। तभी सीबीएसई बोर्ड से मान्यता स्कूल को हासिल होती है। अधिक जानकारी के लिए आप सीबीएसई बोर्ड के वेबसाइट पर भी विजिट करके जानकारी हासिल कर सकते हैं।