किस हवाई अड्डे (airport) के परिसर पर संस्कृत में भी घोषणाएं होती है? Which Airport start Announcement In Sanskrit language Which Airport start Announcement In Sanskrit language.
आप जानते हैं? कि Lal Bahadur Shastri airport Varanasi babatpur एयरपोर्ट पर हिंदी इंग्लिश के अलावा संस्कृत भाषा में कोविड-19 के बारे में घोषणा होती है। इंटरनेशनल और नेशनल यात्री एयरपोर्ट पर उतरते हैं तो आध्यात्मिक और धार्मिक नगरी वाराणसी में संस्कृत के ज्ञान का प्रभाव उन्हें संस्कृत भाषा के अनाउंसमेंट से सुनाई देती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि संस्कृत भाषा भारत की सबसे प्राचीन भाषा है। क्या आप जानते हैं कि देवनागरी लिपि यानी हिंदी भाषा भी देवनागरी लिपि में लिखी जाती है। भारत में कक्षा 6 से लेकर 8 तक संस्कृत अनिवार्य से पढ़ाया जाता है।
संस्कृत भाषा के नाम और संस्कृत भाषा के शब्द वाली आज भी जन समान लोगों में प्रचलित है। संस्कृत बोलने वालों की नगरी भी है।
प्राचीन समय से ही यहां पर बड़े-बड़े विद्वान संस्कृत भाषा के हुए हैं। एयरपोर्ट अथॉरिटी द्वारा बनारस के विमानतल पर अंग्रेजी हिंदी के अलावा संस्कृत भाषा में अनाउंसमेंट करने की पहल बड़ी ही सराहनीय है।
संस्कृत भाषा में अनाउंसमेंट क्यों?
संस्कृत भाषा हमारी संस्कृति का हिस्सा है। यह हमारे इतिहास, संस्कृति, रीति-रिवाज धार्मिक-क्रिया-कर्मकांड मे योग होता है। प्राचीन वेद ग्रंथों में भी संस्कृत में मूल ज्ञान है। भाषा के महान कवि कालिदास भाष माघ आदि की रचनाएं संस्कृति का हिस्सा बनी हुई है। संस्कृत हमारी जड़े हैं जिसे हम अलग नहीं कर सकते हैं इसलिए संस्कृत भाषा में ज्ञान विज्ञान और तकनीक को भी बढ़ावा मिल रहा है।
संस्कृत भाषा से हिंदी भाषा का विकास हुआ है इस कारण से हिंदी जानने वाले भी अधिकांश लोग संस्कृत की भाषा के शब्दों से परिचित हैं इसलिए उन्हें यहां संस्कृत भाषा में अनाउंसमेंट बहुत ही आनंददायक और समझ में आने वाला भी लगता है।
Sanskrit Announcement at Varanasi Airport: अभी तक, हवाई अड्डे पर किसी भी प्रकार की घोषणाओं announcement के लिए हिंदी और अंग्रेजी भाषा का इस्तेमाल किया जाता था, लेकिन बीते शुक्रवार से एयरपोर्ट पर अनाउंसमेंट के लिए तीसरी भाषा के तौर पर संस्कृत (language of Sanskrit) को जोड़ा गया है।
हवाई अड्डे पर कब से और कहां शुरू हुआ संस्कृत भाषा में अनाउंसमेंट?
17 जून 2022 से इंटरनेशनल हवाई अड्डा लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल हवाई अड्डे पर संस्कृत भाषा में भी कोविड-19 के नियम और निर्देश की घोषणाएं होना शुरू हुई है।
बनारस में स्थित बनारस हिंदू विश्वविद्यालय बीएचयू के सहायता से बनारस के हवाई अड्डे पर संस्कृत भाषा में भी उद्घोषणाएं शुरू हुई हैं। (Announcement in the Sanskrit language of covid-19)
संस्कृत की नगरी (बनारस) वाराणसी
Announcement In Sanskrit At Varanasi Lal Bahadur Shastri international airport. टि्वटर पर वायरल हो गई है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भारत में वाराणसी में संस्कृति और पढ़ाई जाती है बकायदा संस्कृत भाषा वहां पर पढ़े लिखो के बीच बोली भी जाती है। देव भाषा के रूप में संस्कृत वहां पर क्रिया कर्मकांड के रूप में प्रचलित भी आए। संपूर्णानंद विश्वविद्यालय बीएचयू आदि में संस्कृत भाषा के स्कॉलर रिसर्च करते हैं। प्राचीन भारत में भी संस्कृत का बड़ा इतिहास बनारस से जुड़ा रहा है। आज भी विदेशी सैलानी (world tourist coming in India) भारत में संस्कृत और हिंदी भाषा के अलावा यहां के रीति-रिवाज, गीत-संगीत आदि सीखने के लिए आते हैं। (Sanskrit is the pillar of the Indian culture.)
मे उनमे इनमे मै मे बिन्दु (अनुस्वार) या चन्द्रबिन्दु (अनुनासिक) क्यों नहीं लगता