Savitribai Phule Jayanti 2024 के अवसर पर हम यहां आपको सावित्रीबाई फुले उपलब्धियां और जीवन संघर्ष पर 20 टॉप जनरल नॉलेज क्वेश्चंस और उसके आंसर दे रहे हैं जो आपके लिए जानना जरूरी है। इस टॉपिक पर आधारित educational questions GK quiz खूब पूछे जाते हैं।
Savitribai Phule Jayanti 2024
सावित्रीबाई फुले ने महिलाओं की शिक्षा के लिए खास योगदान दिया है। उनका जीवन संघर्षों से भरा रहा है। महिलाओं को शिक्षा के अधिकार देने की उनकी पहल और विचार के बारे में जानना बहुत जरूरी है।
प्रत्येक वर्ष 3 जनवरी को सावित्रीबाई फुले की जयंती मनाई जाती है। उनका जन्म 3 जनवरी, 1831 को महाराष्ट्र सतारा जिले के नायगांव में हुआ था। विलक्षण प्रतिभा की धनी सावित्रीबाई फुले ने अपनी पहचान सामाजिक सेविका और शिक्षिका के रूप में बनाई। महिलाओं को शिक्षा का अधिकार दिलाने का उनका संघर्ष आज महिलाओं के हौसले बुलंद करती हैं। देश का प्रथम बालिका स्कूल उन्होंने खोला था।
सावित्रीबाई फुले के जीवन संघर्ष की कहानी
सावित्रीबाई फुले का विवाह 9 वर्ष की उम्र में ज्योतिराव फुले के साथ हो गया था। उस समय ज्योति राव फुले कक्षा 3 में पढ़ते थे।
विवाह के बाद उन्होंने अपनी पढ़ाई शुरू की। अपने पति ज्योति राव फुले से उन्होंने पढ़ना शुरू किया। जब वे पढ़ाई के लिए जाती तो लोग उन पर कीचड़ फेंकते थे। इस संघर्ष के बावजूद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपनी पढ़ाई जारी रखी।
GK Questions Savitribai Phule Jayanti 2024
जनरल नॉलेज क्वेश्चंस सावित्रीबाई फुले के संघर्ष पर आधारित यहां पर दिया जा रहा है जो आपके लिए बहुत ही उपयोगी है।
Answer- 1848 में पति ज्योतिराव के सहयोग से महाराष्ट्र के पुणे में देश का पहला बालिका विद्यालय खोलने का श्रेय सावित्रीबाई फुले को जाता है।
Answer: 1897 में प्लेग महामारी के कारण सावित्रीबाई फुले की मृत्यु हो गई।
Answer- उस समय सती प्रथा और बाल विवाह का चलन था। सामाजिक बुराई के खिलाफ उन्होंने अपने पति ज्योति राव फुले के साथ मिलकर आवाज उठाई।
Answer – उन्होंने महिलाओं, दलित, और अन्य कम विशेषाधिकार प्राप्त लोगों के लिए संघर्ष किया। सामाजिक मान सम्मान और शिक्षा का अवसर महिलाओं और दलितों को भी प्राप्त हो इसके लिए उन्होंने अपने पति ज्योतिबा फुले के सत्यशोधक समाज से जुड़कर समाज को जागरूक करने का कार्य किया।
Answer- भारत की पहली शिक्षिका सावित्रीबाई ने महिलाओं के शिक्षा के अधिकार दिलाने के लिए 18 से अधिक स्कूल बालिकाओं के लिए खोला। महिलाओं को सामाजिक और शैक्षिक अधिकार दिलाने के लिए 1852 में सेवा मंडल नामक संस्था की स्थापना की।