हमारी शिक्षा नीति में सुधार की जरूरत

अभिषेक कांत पाण्डेय हमारी शिक्षा नीति में सुधार की जरूरत                      आजकल अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इधर कान्वेंट और पब्लिक स्कूल के नाम पर तेजी से प्राइवेट स्कूल खुल रहे हैं जहीर है कि हिंदी मीडियम स्कूल में शिक्षा का गिरता स्तर इसके लिए जिम्मेदार है वहीं सरकार …

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अभिषेक कांत पाण्डेय हमारी शिक्षा नीति में सुधार की जरूरत                      अंग्रेजी माध्यम की शिक्षा जरूरत कम जुनून ज्यादा है अंग्रजी माध्यम बनाम हिंदी माध्यम आजकल अंग्रेजी माध्यम में शिक्षा का चलन तेजी से बढ़ रहा है। इधर कान्वेंट और पब्लिक स्कूल के नाम पर तेजी से प्राइवेट स्कूल खुल रहे हैं जहीर है कि …

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अभिषेक कांत पाण्डेय  5 सितंबर शिक्षक दिवस पर विशेष सामग्री                 गुरू के बिन ज्ञान कहां कोई भी व्यक्ति बिना गुरू के अधूरा है। महाभारत के युद्ध में विचलित अर्जुन को श्रीकृष्ण ने गीता का ज्ञान दिया जिसके बाद अर्जुन ने सत्य का साथ दिया। इस तरह अर्जून के जीवन का अंधेरा गुरू के ज्ञान …

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माटी के लाल की बातें

माटी के लाल की बातेंकहां जाएं हम इस डगर में, इस शहर में सड़कें नहीं।मंजिल है मुसाफिर भी है, वो मुस्कान नहीं।वो यादें नहीं, वे तन्हाई नहीं,बिक गई वह मुस्कान यहीं।न जाने मेरी वो तन्हाईयां कहां,न जाने मेरी वो यादें कहां।ढूंढता हूं मैं उस उजड़े रास्तों में,धूमिल हो रही जिंदगी से पूछता हूं।कब तू तन्हाईयों …

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श्री कृष्ण होने के मायने

                                                             श्री कृष्ण होने के मायने श्री कृष्ण शब्द हमारे जन चेतना का हिस्सा है। जन्माष्टमी का त्योहार हमें जीवन के विभिन्न पहलुओं से परिचित कराती …

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मेरा शहर कूड़े में तब्दील

मेरा शहर कूड़े में तब्दील     http://prakharchetna.blogspot.in/ इलाहाबाद। शहर सभ्यता के प्रतीक हैं। सिंधु घाटी की सभ्यता शहरी थी। चारों ओर पक्की नालियां पक्के मकान, कूड़े फेंकने का उचित प्रबंध था लेकिन आज मेरा श​हर कूड़े खाने और कचरे में तब्दील हो रहा है। जगह—जगह​ बेतरकीब कूड़े का अंबार बदबू करता आपकों मिल जाएगा। उत्तर प्रदेश …

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प्याज कहे एक कहानी

प्याज कहे एक कहानी जहां प्याज लोगों को रूला रहा है। वहीं प्याज के बढ़ते दाम से व्यापारी लाखों कमा रहे हैं। गरमियों में नासिक की प्याज की औकात थोक में 8 से 10 रूपये थी। मुनाफाखोरी और गैर तरीके से ​थोक व्यापरियों ने जमकर प्याज का स्टोर शुरू किया। इधर प्याज की कम पैदावार …

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आजादी में हम

आजादी में हम आजादी के 66 साल बाद भी हम आज विकास कर रहे हैं। विकास में हम आज भी गरीबी की परिभाषा केवल जीने से भी बत्तर कर पा रहे हैं। गरीबी, अशिक्षा और खराब सड़कें सबकी हालत राजनैतिक भ्रष्टाचार ने कर दी है। हम लगातार लोकतंत्र को सशक्त बना रहे हैं।  वहीं राजनीतिक …

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मुसीबत की चाभी सच्चा दोस्त

हमें उम्र के पड़ाव में एक ऐसे इंसान की जरूरत होती है जो हमारे सुख दुख को समझे उसे ही दोस्त कहते हैं। श्रीकृष्ण ने ​सुदामा से अपनी मित्रता निभाई। अमीर—गरीब, जाति व धर्म के बंधन से परे है दोस्ती। इस दुनिया में भीड़ होने के बाद भी आप अकेला हैं, आपके पास सब कुछ …

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संविदा शिक्षक की परेशानी और हल किस्तों में मिला

प्रखर चेतना। मध्यप्रदेश। संविदा शिक्षक की परेशानी और हल किस्तों में मिला। सरकार से उम्मीद लगाए बैठे संविदा शिक्षकों की झोली में समान कार्य के लिए समान वेतन किस्त में मिलेंगे। संविदा शिक्षक की मांग यह भी है कि नई स्थनांतरण नीति लागू होनी चाहिए लेकिन सरकार इस मसले पर कोई फैसला अभी तक नहीं …

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