Light Pollution Paragraph writing जिसे हिंदी में प्रकाश प्रदूषण कहते हैं यह एक नया टॉपिक है। अभी तक आप प्रदूषण के अंतर्गत जल प्रदूषण, वायु प्रदूषण, ध्वनि प्रदूषण, मृदा प्रदूषण को जानते थे लेकिन लाइट पॉल्यूशन भी एक बड़ा प्रदूषण है जिसके कारण से वातावरण को बहुत नुकसान हो रहा है। लाइट प्रदूषण पर हिंदी में अनुच्छेद लेखन पर कंटेंट प्रस्तुत कर रहे हैं। अलग-अलग बोर्ड सीबीएसई बोर्ड के 10वीं 12वीं के हिंदी पाठ्यक्रम और पत्रकारिता के पाठ्यक्रम में इस पर अनुच्छेद लेखन या लेख लेखन पूछा जाता है।
प्रकाश प्रदूषण जनरल नॉलेज GK on light pollution in Hindi
light pollution किसे कहते हैं?
एक स्टडी हुई है जिसे नाइट स्काई ब्राइटनेस कहा जाता है। इसके अनुसार 80% शहरी आबादी स्काई ब्लू पॉल्यूशन के कारण प्रभावित हो रही है।
लाइट पॉल्यूशन क्या होता है? और इस पर अनुच्छेद लेखन के बारे में आगे जानकारी हम आपको दे रहे हैं। प्रकाश प्रदूषण यानी लाइट प्रदूषण से होने वाले नुकसान के बारे में भी इसमें हम चर्चा करेंगे। एक अनुच्छेद 100 शब्दों में लिखना सिखाएंगे इसकी प्रैक्टिस आप कर सकते हैं।
Light Pollution प्रकाश प्रदूषण पर एक अनुच्छेद लिखिए इसके दुष्प्रभाव क्या-क्या है इसके बारे में 200 शब्दों में अनुच्छेद लिखकर बताइए।
200 शब्दों में प्रकाश प्रदूषण पर अनुच्छेद
जब इंसान कृत्रिम प्रकाश का सबसे अधिक प्रयोग करता है तो इस कारण से वातावरण में होने वाले नुकसान को प्रकाश-प्रदूषण कहते हैं। वर्तमान में प्रकाश-प्रदूषण के कारण होने वाली समस्याएं विकट रूप धारण कर रही हैं। मनुष्य के साथ यह जानवरों और सूक्ष्मजीवों (microbiology) के जीवन को भी प्रभावित कर रही है। जैसे-जैसे हम औद्योगिक-सभ्यता (industrial culture) की ओर बढ़ते गए, वैसे-वैसे प्रकाश प्रदूषण फलता जा रहा है, इसका प्रभाव वनस्पति, जीवों और मनुष्य पर पड़ रहा है।
जब प्रकाश की अत्यधिक चमक जिससे आंखें चौंधिया जाती है और जब प्रकाश थोड़ा कम होता है तो आंखों के सामने अंधेरे जैसा दिखाई देने लगता है। यह अत्यधिक प्रकाश के प्रयोग से होता है।
(light pollution paragraph writing in Hindi) प्रकाश प्रदूषण के कई रूप है। जैसे घनी बस्तियों में रात के समय में कृत्रिम प्रकाश (बिजली) के कारण रात में आकाश तेजी से चमकने लगता है, इस स्थिति को स्काई ब्लू लाइट पॉल्यूशन जिसे हिंदी भाषा में आकाशीय-चमक-प्रकाश-प्रदूषण कहा जाता है। चमकीले प्रकाश बल्ब के द्वारा प्रकाश का परावर्तन (रिफ्लेक्शन) यह भी प्रकाश प्रदूषण का एक बड़ा कारण है। जब कृत्रिम प्रकाश शहरों में एक जगह पर इकट्ठा पड़ता है तो यह प्रकाश-प्रदूषण का कारण बनता है, इससे रात में दिन का आभास होता है। प्रकाश-प्रदूषण के कारण पशु, पक्षी और इंसानों के मन-मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है। बाजारों में अत्यधिक प्रकाश की व्यवस्था और तरह-तरह की प्रकाश से परावर्तन (reflection of light) के कारण आजकल शाम और रात उतनी अंधेरी नहीं हो पाती है, इस कारण से इसका दुष्प्रभाव हमारे जैविक शरीर पर पड़ता है। इस कारण से इंसानी आंखें कृत्रिम-प्रकाश और प्राकृतिक प्रकाश में भेद नहीं समझ पाती है, और कई तरह के बदलाव शरीर में होते हैं। यह बदलाव बीमारियों का कारण बनती हैं। आजकल 80% शहरी आबादी स्काई ग्लो यानी आकाशी चमक के चपेट में है। शहरों में कृत्रिम प्रकाश स्ट्रीट लाइट और सजावट के कारण रात में इस तरह से चमकता है, रात जगमगाने लगती है। इस कारण से वहां के पशु-पक्षी और मनुष्य के दिनचर्या पर बुरा असर होता है। यहां तक कि मनुष्य अनिद्रा जैसी बीमारी का शिकार हो जाते हैं। प्रकाश प्रदूषण को रोकने के लिए अनावश्यक कृत्रिम लाइटों के प्रयोग पर पाबंदी (ban) लगाना चाहिए। कृत्रिम लाइटों युक्त सजावटी बनावटी प्रकाश यंत्रों का उपयोग करने पर पाबंदी लगाना चाहिए या इसको सीमित करना चाहिए।
स्काई ग्लो पॉल्यूशन क्या है?
जब रिहायशी इलाकों में रात के समय अंधेरे में आकाश चमकता है जिसका कारण कृत्रिम प्रकाश होता है इसे sky glow पॉल्यूशन कहते हैं।
लाइट ट्रेसपास का क्या मतलब है?
जब अनावश्यक जगह पर लाइट इस तरह से पड़ती है की ट्रेसपास ट्रेस पर कहलाता है।
क्लटर किसे कहते हैं?
जब प्रकाश चमकने लगता है या ऐसी स्थिति आती है की लाइट बहुत तेजी से ब्राइट हो जाता है या ऐसी स्थिति जब लाइट को चमकाया जाता है तो इसे क्लटर कहते हैं।
प्रकाश प्रदूषण किसे कहते हैं?
जब कृत्रिम लाइट का अत्यधिक प्रयोग रात में दिन में किया जाता है जिस कारण से प्रकाश की चमक और कलेक्टर बनता है और इन कृत्रिम यानी बनावटी लाइट की वजह से रात चमकदार प्रकाश जैसी होने लगती है तो इस कारण मनुष्य जीव जंतुओं पर प्रभाव पड़ता है इसके साथ वातावरण इन प्रकाश के कारण दूषित होता है इसे प्रकाश प्रदूषण कहते हैं।
Encyclopedia Britannica की एक रिपोर्ट के अनुसार पहले जितनी रातें अंधेरी (Dark) होती थी आजकल नहीं, इसका कारण स्ट्रीटलाइट्स, हाउस लाइट्स, कोच लाइट्स और इंटीरियर लाइटिंग के कारण आकाश प्रकाशित होता है और रात में सितारों को देख पाना आसान नहीं होता है। ऐसी स्थिति को प्रकाश प्रदूषण की स्थिति कही जाती है।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि सन 2016 में वर्ल्ड अटलस आफ आर्टिफिशियल नाइट स्काई ब्राइटनेस नाम की एक स्टडी में बताया गया है कि दुनिया के 80% शहर आबादी स्काई ग्लो पॉल्यूशन के चपेट में है।
स्काई ग्लो पॉल्यूशन (Light Pollution) के कारण होने वाले नुकसान
लाइट पॉल्यूशन जिसे हिंदी में प्रकाश प्रदूषण कहते हैं इसके कारण कृत्रिम रोशनी और प्राकृतिक रोशनी में हमारी आंखें अंतर नहीं समझ पाती है।
99% लोग की आंखें कृत्रिम रोशनी और प्राकृतिक रोशनी में अंतर समझ नहीं पाते हैं। रिसर्च के अनुसार इसके पीछे का कारण 24 घंटे बनावटी रोशनी में र न पाया गया है। इसलिए प्राकृतिक रोशनी को पहचान कठिन हो जाता है।
प्रकाश प्रदूषण के कारण पक्षियों की हो रही है मौत
आपको बता दे की एक रिपोर्ट के मुताबिक अमेरिका में हर वर्ष प्रकाश के कारण 2.5 करोड़ टन कार्बन डाइऑक्साइड का प्रदूषण फैलता है।
यह हमारे सोने-जागने के सिस्टम को प्रभावित करता है और जीव-जंतुओं पर इसका दुष्प्रभाव पड़ता है। कृत्रिम प्रकाश के कारण पक्षी रात में विचलित हो जाते हैं और कई बार ऊंची-ऊंची बिल्डिंगों से टकराकर जख्मी भी हो जाते हैं।
इंसानी सेहत पर प्रकाश पॉल्यूशन का प्रभाव
आज की जानकारी के लिए बता दे कि ज्यादा कृत्रिम रोशनी के चलते रात में नींद ना आने की समस्या शुरू हो जाती है। ज्यादा लाइट ऊर्जा की खपत को बढ़ावा देते हैं इसके अलावा लाइट प्रदूषण कई प्रकार के जीवों के लिए हानिकारक होता है।
conclusion
इस एकेडमिक आर्टिकल में हमने आपको प्रकाश प्रदूषण 100 शब्दों में अनुच्छेद लेखन जिसे अंग्रेजी में Light Pollution Paragraph writing कहा जाता है बताया। इसके अलावा प्रकाश प्रदूषण के दुष्प्रभाव और हानि के बारे में नई शब्दावली आदि के बारे में जानकारी दी है जो आपके लिए बहुत उपयोगी है। Light Pollution Paragraph writing in Hindi आपके लिए उपयोगी है। इस तरह के घेरे अनुच्छेद लेखन ईमेल और पत्र लेखन के बारे में जानकारी हासिल करने के लिए नीचे दिए गए लिंक को भी पढ़ें।