insurance mediclaim waiting period : health insurance में मेडिक्लेम पर ध्यान देना होता है दरअसल कई तरह के waiting period होते हैं और इस दौरान इलाज के खर्चे के लिए health insurance company पैसा नहीं देती है ऐसा क्यों ? mediclaim period को कैसे कम किया जा सकता हैं। जानिए पूरा तरीका, ताकि आपको इंश्योरेंस कराते समय अधिक से अधिक profit हो सके। पूरा general knowledge insurance mediclaim के बारे में जाने जो आपके काम की बात है।
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आपने health insurance खरीदा है तब कंपनी की कई शर्ते भी आपको माननी होती है। इसी तरह की एक शर्त health insurance company आपके सामने रखती है जिसका नाम waiting period होता है। (what is the waiting period) इस वेटिंग पीरियड में कई तरह की बीमारियों को कवर नहीं किया जाता है। पूरी बात समझे और इस waiting period को कम करके आप हेल्थ इंश्योरेंस का अधिक फायदा उठा सकते हैं, इसके बारे में पूरी जानकारी हम इस पोस्ट के माध्यम से आपको उपलब्ध करा रहे हैं।
स्वास्थ्य बीमा (हेल्थ इंश्योरेंस) आज के दौर में सबसे बड़ी जरूरत बन गई है। बीमारियों का कोई भरोसा नहीं है कि कौन सी बीमारी कब आकर आ जाए। इसलिए जिम्मेदार नागरिक के तौर पर आपको अपने best family health plan जरूर कराना चाहिए लेकिन कई कंपनियां हेल्थ इंश्योरेंस करती है, उनके term and condition को ध्यान से पढ़ लेना चाहिए expert advice जरूर ले लेनी चाहिए। कंपनी की कई ऐसी शर्त होती है जिसमें एक mediclaim waiting period भी होता है।
हेल्थ इंश्योरेंस के समय mediclaim पर ध्यान दें
आपको बता दें कि हेल्थ इंश्योरेंस बीमारी के इलाज के लिए पूरा खर्चा उठाती है। जिसे mediclaim कहते हैं। लेकिन health insurance कराने से पहले इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि वेटिंग पीरियड के लिए कई कंपनियां मेडिक्लेम को नहीं मानती है।
मेडिक्लेम में कौनसा वेटिंग पीरियड होता है, इस दौरान बीमारियों के इलाज में आने वाले खर्च को हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी कवर नहीं करती है। तो हम आपको बताने जा रहे हैं कि वेटिंग पीरियड कितने तरीके के होते हैं। (how many types of waiting period in Hindi)
waiting period day हेल्थ इंश्योरेंस में कितने तरह के होते हैं?
किसी भी हेल्थ इंश्योरेंस पॉलिसी का जनरल वेटिंग पीरियड बीमारी के इलाज कराने का 30 दिनों का होता है। मतलब आपने जब इंश्योरेंस कराया उसके 30 दिन के अंदर यदि आप किसी बीमारी के कारण बीमार पड़ते हैं तो उसके इलाज का खर्च कंपनी नहीं देती है। इस तरह से आप क्लेम नहीं कर सकते हैं इलाज के लिए लेकिन दुर्घटना होने की स्थिति में अस्पताल के खर्च का भुगतान हेल्थ कंपनी करती है यानी कि इस मेडिक्लेम को एक्सेप्ट कर लेती है।
वेटिंग पीरियड इंश्योरेंस
अब आपको बता दें कि health insurance में बीमारियों का वेटिंग पीरियड अभी होता है। अगर आपको पहले से कोई बीमारी है तो insurance policy लेते वक्त उसके बारे में डिटेल बताना होता है। आपको बता दें कि यदि पहले से कोई बीमारी है तो इसका भी waiting period होता है यानी 2 से 4 साल का वेटिंग पीरियड हेल्थ इंश्योरेंस में होता है उसके बाद आप इसके इलाज के लिए मेडी क्लेम कर सकते हैं।
special बीमारी का waiting period
ऐसे बीमारी होते हैं जिसे विशेष रोग के लिए वेटिंग पीरियड रखा गया है। इसमें हर्निया (hernia), मोतियाबिंद (cataract) और ज्वाइंट रिप्लेसमेंट, कैंसर सर्जरी जैसी कई बीमारियों पर हेल्थ इंश्योरेंस कंपनी वेटिंग पीरियड लगाती है।
इसे समझना बहुत जरूरी है क्योंकि यदि आप कोई हेल्थ इंश्योरेंस खरीदने जाते हैं और वेटिंग पीरियड वाले मामले पर ध्यान नहीं देते हैं तो वेटिंग पीरियड के दौरान आपको mediclaim करते हैं तो उसका payment नहीं किया जाता है। इस तरह की बीमारियों का वेटिंग पीरियड 2 से 4 साल तक होती है, policy document में इसका जिक्र किया जाता है, इसलिए इंश्योरेंस लेते समय आप को ध्यान से पढ़ना चाहिए।
मैटरनिटी के लिए वेटिंग पीरियड (waiting period for maternity)
insurance mediclaim waiting period में कई तरह के वेटिंग पीरियड होते जिसमें मां बनने के सुख के लिए मेडिक्लेम अक्सर कई हेल्थ इंश्योरेंस कंपनियां मातृत्व सुख यानी maternity इलाज का mediclaim देती ही नहीं है। अगर देती है तो इसमें मेटरनिटी लाभ को वेटिंग पीरियड में रखा गया है।
कई मामलों में यह waiting period 9 महीने से लेकर 7 साल तक भी हो सकता है। आपको बता दें कि psychological disease से संबंधित waiting period की अवधि 2 साल तक की होती है। हेल्थ इंश्योरेंस लेते समय इन सब बातों को चेक करना जरूरी होता है।
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insurance mediclaim waiting period कम करने का तरीका
दोस्तों जब भी कोई health insurance plan खरीदते हैं या कोई इंश्योरेंस प्लान खरीदते तो उसमें वेटिंग पीरियड पर ध्यान देना बहुत जरूरी होता है। आपको बता दें कि कई कंपनियों के अलग-अलग बीमारियों के लिए अलग-अलग वेटिंग पीरियड होता है।
जब भी आप इंश्योरेंस खरीदे तो कम waiting period वाले प्लान को ही खरीदें अगर वेटिंग पीरियड किसी बीमारी के लिए अधिक अवधि वाला होगा तो यह आपके लिए फायदेमंद नहीं होगा। इसको कम करने का तरीका यह है कि यदि कोई विशेष बीमारी के लिए वेटिंग पीरियड अधिक है तो आप प्रीमियम का थोड़ा अधिक भुगतान करके इस वेटिंग पीरियड को कम करा सकते हैं। इसकी सुविधा हेल्थ इंश्योरेंस में होती है।
FAQ हेल्थ इंश्योरेंस
जब भी आप हेल्थ इंश्योरेंस प्लान ले तो निम्नलिखित बातों का ध्यान जरूर रखें।
वेटिंग मेडिक्लेम पीरियड के बारे में डाक्यूमेंट्स में अच्छी तरीके से समझ ले।
इलाज की अधिकतम इंश्योरेंस कंपनी द्वारा कितना दिया जाएगा इसके बारे में टर्म और कंडीशन जरूर पढ़ें।
health insurance कराते समय वेटिंग मेडिक्लेम पीरियड को कम करा लेना चाहिए ताकि बीमारियों के इलाज का वेटिंग पीरियड कम अवधि का हो जाए।