एथलीट नीरज चोपड़ा पर अनुच्छेद निबंध essay writing and paragraph writing Neeraj Chopra

जब कोई अपने लक्ष्य पर केंद्रित होता है तो वह अपनी मंजिल को अवश्य एक न एक दिन प्राप्त कर लेता है, ऐसे ही उदाहरण हैं, महान एथलीट नीरज चोपड़ा। खेल में भी कैरियर बन सकता है आज के समय में यह बात भी सच है। पढ़ाई-लिखाई और कुशलता इन दोनों की जरूरत हर क्षेत्र में होती है। स्नातक होने के बाद सेना में सरकारी नौकरी भी प्राप्त की और इसी बीच अपने खेल के लक्ष्य को भी प्राप्त किया।

महान एथलीट नीरज चोपड़ा भाला फेंक प्रतियोगिता के खिलाड़ी हैं। सन 2022 के डायमंड लीग फाइनल ट्रॉफी हासिल करने वाले नीरज चोपड़ा एक नया कीर्तिमान भी बनाया है। उन्होंने 2023 के डायमंड लीग फाइनल 88.67 मीटर भाला फेंक कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है। अथक परिश्रम करने के बाद उन्होंने अपने लक्ष्य के बारे में बताया कि 90 मीटर भाला फेंकने का लक्ष्य पूरे रखा है।

24 दिसंबर, 1997 को हरियाणा में जन्म लेने वाले नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) इस समय जाने-माने एथलीट है। सेना में सूबेदार पोस्ट पर कार्यरत हैं। भाला फेंक प्रतियोगिता में ओलंपिक और एशियाई खेलों में पदक विजेता रहे हैं। उत्कृष्ट खेल प्रदर्शन के लिए इन्हें सन 2022 में पद्मश्री सम्मान से भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया गया है।

Neeraj Chopra जीवन परिचय

24 दिसंबर, 1997 को भारत के हरियाणा राज्य के पानीपत जिले के पास में खद्ररा गांव है, वहां पर नीरज चोपड़ा जी का जन्म हुआ था। नीरज के पिताजी सतीश एक को छोटे किसान और उनकी माता सरोज गृहणी हैं। बचपन से ही नीरज गांव में रहकर ही खेलकूद में ध्यान देते थे। बताया जाता है कि 11 वर्ष की उम्र में पानीपत स्टेडियम उन्होंने जय चौधरी को जेवलिन थ्रू की प्रेक्टिस करते हुए देखा तो उनकी रुचि खासा इस खेल में बढ़ गई। यहीं से उन्होंने जैवलिन थ्रो स्पर्धा को अपना कैरियर बना लिया। 2016 में भारतीय थल सेना में सूबेदार पद पर नियुक्ति हुई। उनकी काबिलियत को देखते हुए विशिष्ट सेना सेवा मेडल से भी सम्मानित किया गया।

See also  Board Exam Preparation के लिए New Gyan के ये 5 फास्ट तरीके से टापिक आसानी से याद हो जाएगा

नीरज चोपड़ा की पढ़ाई और शैक्षिक योग्यता

खेल के साथ उनकी पढ़ने लिखने की भी रुचि रही है। अपनी प्रारंभिक शिक्षा पानीपत से प्राप्त की जबकि पानीपत में स्थित बीबीए कॉलेज से उन्होंने स्नातक की डिग्री प्राप्त किया।

उपसंहार

बचपन से ही पढ़ाई के साथ खेल में रुचि लेने वाले नीरज चोपड़ा अपने कार्य और लक्ष्य के प्रति संजीदा रहे हैं। इसलिए उन्होंने ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर श्रेष्ठ उपलब्धि प्राप्त की। इसके साथ ही अभी वर्तमान में नीरज चोपड़ा ने दोहा डायमंड लीग मीट में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में 88.67 मीटर भाला फेंक कर एक कीर्तिमान हासिल किया है।

CBSE : International Al-Beruniy Chemical Olympiad at Uzbekistan

Chamatkar Andhvishwas anuchchhed Hindi अंधविश्वास पर निबंध | Essay

Paragraph Writing : Anuched Lekhan CBSE Class 9 and 10 new pattern

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top