एग्जिट पोल की पूरी जानकारी इस आर्टिकल के माध्यम से हम आप तक प्रस्तुत करने जा रहे हैं। सबसे पहले बता दे कि अमेरिका में एग्जिट पोल की शुरुआत हुई थी। difference between exit Poll and opinion Pol l
exit Poll and opinion Poll में अंतर
सबसे पहले आपको बता दे कि एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल में क्या अंतर होता है।
एग्जिट और ओपिनियन पोल चुनावी सर्वे है। मतदान करने के तुरंत बाद मतदाता से सर्वे कंपनियां मतदान से संबंधित रुझान किसके पक्ष में मतदान किया है, पूछा जाता है तो इसे एग्जिट पोल Exit Poll कहते हैं।
चुनाव शुरू होने से पहले मतदाता (voters) का मूड जाना जाता है कि वह किसे वोट करने जा रहा और किन मुद्दों पर वह किसी राजनीतिक पार्टी या सत्ता पक्ष से नाराजगी व्यक्त कर रहा है, ऐसे कई सवाल नागरिकों से पूछे जाते हैं। इसे ओपिनियन पोल (opinion Poll) कहते हैं।
ओपिनियन पोल में नागरिक से सवाल पूछा जाता है। उस समय लोगों के मन में किस राजनीतिक दल को वह पसंद करते हैं या नहीं करते हैं इन सभी रुझानों से पता चलता है कि नागरिक किस पार्टी को पसंद करते हैं या नापसंद करते हैं और मुद्दे क्या है? इसी आंकड़ों को इकट्ठा करके ओपिनियन पोल तैयार किया जाता है। राजनीतिक दलों के प्रति मतदाताओं का क्या रुझान है यह ओपिनियन पोल से पता चलता है।
एक नजर में एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल
एग्जिट पोल एक तरह का ऐसा चुनावी सर्वे है जो मतदान वाले दिन मतदाता से पूछा जाता है, जब वह वोट डालकर बूथ से बाहर आता है। अनुमान लगाया जाता है कि कौन सा राजनीतिक दल या किस पार्टी का उम्मीदवार चुनाव जीतेगा।
ओपिनियन पोल
चुनाव घोषणा होने के बाद या होने से पहले राजनीतिक दल के प्रति जनता की क्या राय है? सर्वे करने वाली एजेंसी कुछ मुद्दे पर जनता से सवाल करती है। जो आंकड़े इकट्ठे होते हैं उसे ओपिनियन पोल कहा जाता है। इससे पता चलता है कि राजनीतिक दल के प्रति लोगों का रुझान है और कौन से मुद्दे इस चुनाव में हावी रहेंगे।
ओपिनियन पोल opinion poll किसी बूथ विशेष के मतदाता से नहीं पूछा जाता बल्कि जनता की राय इसमें पूछी जाती है।
Exit Poll कब जारी किया जाता है
तो आपको बता दे कि एग्जिट पोल मतदान समाप्त होने के बाद ही जारी किया जाता है। अमूमन चुनाव समाप्त होने के आधे घंटे बाद एग्जिट पोल जारी किया जाता है कई तरह के TV चैनल इस तरह के एग्जिट पोल दिखाते हैं।
टीवी पर एग्जिट पोल देखने की उत्सुकता हर किसी को होती है ताकि पता चले की किसके पक्ष में परिणाम जा रहा हालांकि कभी-कभी एग्जिट पोल सही नहीं होते हैं या इनमें काफी गलतियां होती हैं।
एग्जिट पोल वोटिंग से पहले नहीं दिखाया जा सकता है क्यों?
अब आपके मन में सवाल आ रहा है कि एग्जिट पोल वोटिंग (जनमत सर्वेक्षण) से पहले क्यों नहीं प्रसारित जाता है तो आपको बता दें कि लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम 1951 की धारा 126 ए के अंतर्गत राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में मतदान प्रारंभ होने से लेकर अंतिम चरण के मतदान खत्म होने के आधे घंटे तक एग्जिट पोल दिखाई नहीं जा सकता इस पर पाबंदी लगी हुई है। इसका उल्लंघन करने पर 2 साल की सजा या जुर्माना हो सकता है या दोनों हो सकता है।
दुनिया में सबसे पहले एग्जिट पोल की शुरुआत कब हुई?
दुनिया के स्तर पर सबसे पहला सर्वे का आरंभ अमेरिका में हुआ था।
उस समय जॉर्ज गैलप और क्लॉड रोबिंसन ने अमेरिकी सरकार के कार्य प्रणाली के बारे में लोगों की राय को जानने के लिए ओपिनियन पोल और एग्जिट पोल किया था।
इसके बाद सन 1937 में ब्रिटेन और 1938 में फ्रांस वोटिंग पोल सर्वे कराया गया था।
आपकी जानकारी के लिए बता दे कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव को लेकर तरह-तरह के एजेंसी एग्जिट पोल के दावे करती है लेकिन हर समय यह दावे सटीक नहीं बैठते हैं।
भारत में सन 2004 और 2009 में कई पोल सर्वे करने वाले एजेंसियों के दावे से उलट नतीजे आए थे।
conclusion
इस लेख में आपको एग्जिट पोल और ओपिनियन पोल (exit Poll and opinion Poll) के बारे में जानकारी दी गई है। संक्षिप्त बता दे कि ओपिनियन पोल मतदान पहले आयोजित किया जाता है। इसमें नागरिकों से राजनीतिक दाल के प्रति उसके रुझान और नाराजगी के बारे में जाना जाता है और किन मुद्दों पर वह मतदान करेगा, यह जानकारी हासिल की जाती है, इसी आधार पर ओपिनियन पोल यानी मतदाता की विचारधारा क्या है? यह पता चलता है इसे टीवी चैनल पर डिबेट के द्वारा चर्चा परिचर्चा की जाती है।
जबकि एग्जिट पोल में मतदाता मतदान करके निकलता है तो उसे सवाल पूछा जाता है इसे एग्जिट पोल कहते हैं।