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Hindi Bhasha par nibandh lekhan in hindi

भारत को कब मिलेगी अधिकारिक रूप से राष्ट्रभाषा और उसकी भाषायी पहचान nibandh in hindi : निबंध लेखन का सशक्त माध्यम है। विचारों का प्रवाह निबंध में देखने को मिलता है। देश हित के कई ऐसे मुद्दे जिनपर भावी पीढ़ी को विचार करना चाहिए। इन्हीं उद्देश्यों की पूर्ति के लिए निबंध लेखन या अनुच्छेद लिखन …

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कविता क्या होती है

कविता क्या होती हैमुख्यधारा की कविता के अलावा बची खुची खुरचन कविताएं  भी हैं,  जो साहित्य का हिस्सा हो सकती है पर आलोचक की नजर नहीें पडती है, यही है पीडि़त,  छटपटाती, बाहर से जर्जर लेकिन अंदर से मजबूत कविताएं, उनकी या उनके लिए जो मजबूर है,  पिछड़ा है , बिछडा है,  असुर है, असुरक्षित …

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अब मैं कहूं

            अब मैं कहूं ? कुछ भी कहूं न अब क्यों?पीडा मन में लिए रिसता  रहूं पहाडों से,तब भी कुछ नहीं कहूँ। जब तडपता रहूंरेत में तपता रहूंतो क्यों न कहूं? जिस संसार में तुम होउसका मैं हिस्सा हूं।आंखों में मैं आंसू बनूंऔर तुम हंसते रहोतब भी मैं कुछ न …

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प्लाट

कविताप्लाट कुछ दिन बाद यहां बन जाएंगे मकान-दुकानफिर बिकेगा ईमानजब होगी बरसाततो गंगा खोजेगी अपनी जगहनहीं मिलेगा उसका वह जमीन क्योंकि उस पर बन चुके होंगे मकानआखिर थक हार कर वह बहेगीशहरों-नालो से होकरदुकानों, मकानों मेंफिर कोसा जाएगाप्रकृति कोदिया जाएगा नामबाढ़ बाढ़ बाढ़ बाढ़़। अभिषेक कांत पांडेय

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समानांतर हिंदी कविता-श्रीरंग

सन 80 के बाद की दलित आदिवासी एवं स्त्री कविता के विशेष संदर्भ में श्रीरंग की ताजा आलोचना पुस्तक समानांतर हिंदी कविता, वास्तव में 80 के बाद की वास्तविक कविता की प्रकृति को प्रकट करती है एक आलोचक के तौर पर श्रीरंग कि यह आलोचनात्मक दृष्टि बिल्कुल पैन है क्योंकि जिस तरह एक समय आधुनिकता …

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जीव जंतुओं की संवेदना व्यक्त करती बेचैन कविताएं

काव्य संग्रह अभिषेक कांत पाण्डेय मन को बेचैनकरती कविताओं कासंसार रचनेवाले श्यामकिशोर बेचैन उनयुवा कवियों मेंहैं जो कविताको मिशन केरूप में देखतेहैं। बस सहीसमय पर सहीबातों को कविताके रूप मेंजन समुदाय केसामने सरल वप्रभावी भाषा मेंअपनी बात कहदेने वाली प्रतिभाके धनी हैबैचैन। बैचेन खुद कहतेहैं कि कविताउनके लिए उसनदी के समानहै जो उन्हेंरचनेवाले के साथही …

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अमन मियां का ज्ञान

खरी खोटी हमारे मोहल्ले में अमन मियां रहते हैं, बहुत तेज तररार हैं। वे देश—दुनिया के खबरों का विश्लेषण करने में माहिर हैं, क्या मजाल है कि कोई न्यूज चैनल या अखबार का रिपोर्टर या संपादक उनसे अच्छा विश्लेषण कर ले। अमन मियां पूरे मोहल्ले में अकेले ऐसे जागरुक इंसान हैं जो हर विषय या …

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योग पर निबंध हिंदी में| Yoga essay in hindi

योग पर निबंध हिंदी में| Yoga essay in hindi yoga का हमारे जीवन में क्या महत्व है। योग क्यों जरूरी है इस पर निबंध लिखिए दिया जा रहा है। योग और स्वास्थ्य पर निबंध हिंदी में योग एक जीवन पद्धति पर निबंध 800 शब्दों में योग का महत्व योग की प्रस्तावना योग का क्या अर्थ …

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निबंध लेखन: खुद को आत्मनिर्भर बनाने की राह में महिलाएं

निबंध लेखन सीबीएसई बोर्ड अनुच्छेद लेखन एजुकेशनल निबंध लेखन: खुद को आत्मनिर्भर बनाने की राह में महिलाएं निबन्ध (Essay) लेखन कई परीक्षा में पूछा जाता है। अब अनुच्छेद लेखन पूछने की परंपरा 910 की कक्षा में शुरू हो गया है इसलिए यह छोटा निबंध अनुच्छेद लेखन जिसने मेरी सहायता करता। जाता है। किसी देश की …

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धर्म सीखाता है पर्यावरण की रक्षा करना

धर्म सीखाता है पर्यावरण की रक्षा करना dharm and environmentअभिषेक कांत dharm and environment ; धरती कभी आग का गोला था, पर्यावरण ने इसे रहने लायक बनाया और प्रकृति ने मुनष्यों सहित सारे जीवों, पेड़-पौधों का क्रमिक विकास किया। प्रकृति और जीव एक दूसरे के पूरक हैं। प्रकृति सत्य है, जो धर्म को धारण करती …

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