Catch up course kya hai कैच-अप कोर्स/ केचप कोर्स -2023 क्या है?/Bihar education

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 Catch up course kya hai कैच-अप कोर्स/ केचप कोर्स -2023 क्या है? Bihar education

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Ketchup course kya hai.2021- 22 में कैच-अप कोर्स. catch up course. बिहार शिक्षा विभाग.बीईपी.सेतु स्टडी मैटेरियल.

दोस्तों हम आगे बताने जा रहे हैं कि कैच-अप कोर्स/ केचप कोर्स क्या है? Ketchup course kya hai. कैच-अप कोर्स/ केचप कोर्स में सही शब्द कौन सा है? आर्टिकल पढ़ने के बाद जान जाएंगे कि कैच- अप कोर्स (catch up course) कोर्स कहां पर लागू किया गया है?

कोरोना के संक्रमण के कारण लॉकडाउन में पिछले साल सन 2020-21 के सत्र स्कूलों में पढ़ाई नहीं हो सकी। ऑनलाइन पढ़ाई के कारण बच्चों को ठीक ढंग से शिक्षा (education) नहीं मिल पायी, इसलिए बिहार सरकार द्वारा नए सत्र 2021- 22 में कैच-अप कोर्स शुरू करने जा रही है। कैच-अप कोर्स अंग्रेजी में catch up course लिखा जाता है। इसके उच्चारण में केचप कोर्स कहीं कहीं  इंटरनेट पर लिखा हुआ गलत मिलता है। जबकि सही शब्द है कैच- अप कोर्स (catch up course).

कैच- अप कोर्स (catch up course)
 कहां शुरू हुआ?

बिहार शिक्षा विभाग  नए सेशन 2021 22 की पढ़ाई के लिए 60 कार्य दिवसों का एक केचप कोर्स (catch up course) कक्षा दो से लेकर 10वीं तक के विद्यार्थियों के लिए शुरू किया है। 

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5 अप्रैल सन 2021 से यह विशेष तरह का कोर्स बिहार के प्राथमिक विद्यालय में शुरू किया जाएगा। कैच- अप कोर्स (catch up course) बहुत ही कारगर है क्योंकि पिछली कक्षा से नई कक्षा में जाने वाले छात्रों को पिछली कक्षा के पाठ्यक्रम के विषय के विशेष से स्टडी मटेरियल को 60 दिन में नई कक्षा के विद्यार्थियों को स्टडी कराया जाएगा। इससे यह फायदा होगा कि कोरोना संक्रमण के समय लॉकडाउन के कारण बच्चों की पढ़ाई प्रभावित हुई है। अगली कक्षा में पढ़ाई में कहीं में पिछड़ ना जाए इसलिए विशेष कोर्स केचप कोर्स (catch up course) लाया गया है। जिससे बिहार के सरकारी प्राथमिक स्कूलों के कक्षा 2 से 10वीं तक के विद्यार्थियों को पढ़ाया जाएगा। दोस्तों कैच- अप कोर्स (catch up course) को उच्चारण दोष के कारण केचप कोर्स (kechup course) ही कहा जाता है।

 कैच- अप कोर्स (catch up course) कब शुरू होगा और कहां?

कैच- अप कोर्स (catch up course) केचप कोर्स 5 अप्रैल 2021 से बिहार शिक्षा विभाग द्वारा बिहार के प्राथमिक विद्यालयों में शुरू किया जाएगा। यह कोर्स उनके लिए है जो दूसरी कक्षा से दसवीं कक्षा तक नामांकित है।

कैच- अप कोर्स (catch up course) क्यों लागू किया जा रहा है?

पिछले साल कोरोनावायरस के कारण स्कूल बंद होने से बच्चों की पढ़ाई पर असर पड़ा है। इस कारण से बच्चों की पढ़ाई सुचारू रूप से नहीं चल पाई है। बच्चों की शिक्षा में जो नुकसान हुआ है उसकी भरपाई करने के लिए यह केचप कोर्स /कैच- अप कोर्स (catch up course) 60 दिनों का कोर्स  नए सत्र से लागू होने जा रहा है।

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विशेष कैच- अप कोर्स (catch up course) को कैसे तैयार किया गया है? किस संस्था की मदद ली गई है?

कैच अप कोर्स राज्य शैक्षिक शोध एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीईआरटी) पटना ने विषय विशेषज्ञ शिक्षकों की सहायता  से तैयार कराया है।  3 महीने का (60 working day course) का केचप कोर्स पढ़ाई की जिम्मेदारी एजुकेशन डिपार्टमेंट ऑफ बिहार ने  बिहार शिक्षा परियोजना परिषद (बीईपी)को  सौंपा है। 

नए सत्र 5 अप्रैल से केचप को शुरू हो जाएगा और यह जिला स्तर के हर संकुल से शुरू होगा। प्राइमरी कक्षाओं के 2-2 शिक्षकों और हर प्रखंड से माध्यमिक विद्यालय के दो दो शिक्षक को इसके लिए एक दिवसीय ट्रेनिंग भी दी गई है।

कैच अप कोर्स  के लिए स्टडी मैटेरियल

सभी कक्षाओं के लिए हर विषय के अनुसार ब्रिज कोर्स कैच-अप कोर्स स्टडी मटेरियल के अंतर्गत बनाया गया है। पठन सामग्री में पढ़ाई करने, सिलेक्टेड लेसन, सुझाव प्रक्रिया यानी गतिविधियां और इसके लिए समय निर्धारित किया गया है।

केचप कोर्स की स्टडी मटेरियल को सेतु स्टडी मैटेरियल कह सकते हैं। क्योंकि यह कक्षा से अगली कक्षा के लिए छात्रों को अध्ययन कराकर नई कक्षा में पढ़ने योग्य बनाता है। सेतु पठन सामग्री की दो -दो कॉपी हर विद्यालय में दिया जाएगा। इसके माध्यम से शिक्षक बच्चों को केचप कोर्स पूरा कर आएंगे।

दोस्तों बिहार शिक्षा विभाग बहुत ही अच्छा कार्य कर रही है। कोरोना संकट के समय पढ़ाई की बाधा को समझते हुए उसकी क्षतिपूर्ति के लिए विशेष कैच- अप कोर्स (catch up course) को तैयार करके बड़ी दूरदर्शिता का काम किया है। देखा जाए तो दूसरी और शिक्षा बोर्ड से बेहतर यह काम सर्वप्रथम बिहार शिक्षा विभाग ने कर दिखाया है जो बड़े ही काबिले तारीफ है।

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