2014 में आप से बदलाव की ओर राजनीति
2014 में आप से बदलाव की ओर राजनीति अभिषेक कांत पाण्डेय भारतीय राजनीति में इस समय वह दौर चल रहा जहां बदलाव आवश्यक है। आप पार्टी इस बदलाव की अग्नि पथ पर चलना शुरू कर दिया है। 2014 का साल आप के साथ ही सभी राजनीति पार्टियों के लिए महत्वपहूर्ण होने वाला है। वहीं एक …
2014 में आप से बदलाव की ओर राजनीति Read More »
हुकूमत की धूप
किताबों में कैद गुजरा वक्तबेइंतहा ले रहा है।कुछ कतरन यूंहवा से बातें कर रहेंबीतने से पहले पढ़ा देना चाहते हैंहवा को भी मेरे खिलाफ बहका देना चाहतेइस मिट्टी की मिठासपानी के साथमेरी खुशबू बता देना चाहती है।बे परवाह है इस हुकूमत की धूपअमीरों के घर पनाह लेती है।झोपड़ी का चिरागखेतों तक रौशनी फैला देती हैभटके …
झोपड़ी
झोपड़ीकहां है घरकिस नगर में हैयह घर कहांमहल की रोशनीआबाद है।घरयहां हैघर नहींमहलों में सनेखून की बूंदें।हर ईंट मेंझोपड़ी की मेंहनत।बीमार झोपड़ीबीमार सरकारी अस्पतालबीमार है तंत्रझोपड़ी में खानाझोपड़ी की आवाजनहीं सुनीसुनसान झोपड़ी पड़ीअभी अभी परिंदा उड़ चुका है।
झोपड़ी
झोपड़ीकहां है घरकिस नगर में हैयह घर कहांमहल की रोशनीआबाद है।घरयहां हैघर नहींमहलों में सनेखून की बूंदें।हर ईंट मेंझोपड़ी की मेंहनत।बीमार झोपड़ीबीमार सरकारी अस्पतालबीमार है तंत्रझोपड़ी में खानाझोपड़ी की आवाजनहीं सुनीसुनसान झोपड़ी पड़ीअभी अभी परिंदा उड़ चुका है।
तू दीप बन
तिमिर घना बन दीप उज्ज्वल सा मन मन का दीप। सोच नया सच नया माटी के दीप। चहू प्रकाश बन धन से मन से तू देश बन चमक मन धरा का कर्ज तू दीप बन प्रकाश बन बिन सूरज के चमक चांद से भी धवल तू बन बन तू शिक्षा का दीप फैला उजाला ज्ञान बन …
मेरी नींद और मेरा सपना किसने छीना
मेरी नींद और मेरा सपना किसने छीनादो साल से लंबित टीईटी के अंक से भर्ती प्रक्रिया को लेकर नाटक ही नाटक हो रहा है। मामला कोर्ट में लेकिन सुनवाई अभी तक अंजाम में नहीं पहुंची है। लगता है जब तक फैसला आएगा तब तक एक पीढ़ी बीत चुकी होगी और देर से मिला न्याय यह …
मेरी नींद और मेरा सपना किसने छीना Read More »
हिंदी दिवस की याद में व्यंग्य लेख अभिषेक कांत पाण्डेय
हिंदी दिवस की याद में व्यंग्य लेख अभिषेक कांत पाण्डेय हिंदी दिवस 14 सितंबर आने वाला है। कुछ पहले ही लिखने का मन कर रहा सो लिख रहा हूं। अच्छी लगे तो क्लैपिंग कर लीजिएगा। खैर बात शुरू की जाए कहां से …
हिंदी दिवस की याद में व्यंग्य लेख अभिषेक कांत पाण्डेय Read More »