Anuchchhed lekhan paragraph writing in Hindi: new update topic Land Subsidence Definition And Causes भूमि धंसाव अनुच्छेद लेखन हिंदी के बारे में बता रहे हैं, जो अलग-अलग बोर्ड परीक्षा के लिए महत्वपूर्ण हो सकता है क्योंकि यह करंट अफेयर्स।
भूस्खलन की समस्या मानव और प्रकृति दोनों के कारण होती है। पहाड़ों पर भूमि के धंसने की घटनाएं होना आम बात है लेकिन पर्यावरण को नुकसान पहुंचाने के कारण इस तरह की घटनाएं भी हो रही है।
अभी ताजा उदाहरण जोशीमठ का है, जहां पर 108 से अधिक घर भूमि दबाव के कारण उनमें दरार आ गई है। इस कारण से वहां के लोगों को दूसरे स्थान स्थानांतरित किया जा रहा। भूमि धंसाव टॉपिक पर पैराग्राफ राइटिंग हम दे रहे हैं, जो CBSE board MP Board UP Board Bihar board ICSE board international Board class 10th 12th की परीक्षाओं के लिए उपयोगी हो सकता है।
अनुच्छेद लेखन ‘भूमि धंसाव प्राकृतिक घटना’- बचाओ और कारण
भू धंसाव क्या होता है? इसके बारे में पूरी जानकारी इस अनुच्छेद के साथ हम दे रहे हैं। इधर जोशीमठ पहाड़ी इलाके में भूस्खलन के कारण कई मकान क्षतिग्रस्त हो गए ऐसे में सवाल यह उठता है कि भूमि का इस तरह से धंसना क्या प्रकृति के साथ खिलवाड़ का नतीजा है? इस पर अनुच्छेद लेखन पूछा जा सकता है। निम्नलिखित आधार बिंदु के आधार पर भू धंसाव पर एक निबंध लिखिए।
अनुच्छेद लेखन | हिंदी |
विषय | भूमि धंसाव के कारण |
भू धंसाव: समस्या, कारण, उपाय | भू धंसाव के कारण |
भू-धंसाव कैसे होता है? | प्रकृति व मनुष्य, रोकने के उपाय निष्कर्ष |
Land Subsidence Definition And Causes in Hindi
भूभौतिकीय समस्या कई तरह की होती है जिसमें भूकंप, सुनामी, ज्वालामुखी विस्फोट, भूस्खलन और हिमस्खलन शामिल है। भूस्खलन यानी भूमि का धंसना एक प्राकृतिक घटना है। USA जियोलॉजिकल सर्वे रिपोर्ट के अनुसार Land Subsidence definition-
Land subsidence occurs when large amounts of groundwater have been withdrawn from certain types of rocks. When the ground water is taken out or released from the side of these rocks, the incident of land subsidence is found.
भू धंसाव पर अनुच्छेद उपरोक्त लिखित आधार बिंदु पर
पहाड़ों पर भू-धंसाव का संबंध प्रकृति और मानव गतिविधियों से भी है। पहाड़ों पर एक खास तरह की चट्टानों से भूमि का जल निकल जाता है तो चट्टानें अपने आप गिरने लगती हैं, इन चट्टानों के गिरने के कारण पहाड़ों की भूमि सरकने (धंसने) लगती है। जिसे भू-धंसाव कहते हैं। इसका कारण यह है कि प्रकृति के साथ इंसान खिलवाड़ कर रहा है। इसका जीता जागता प्रमाण पहाड़ों पर बने पर्यटन स्थल और वहां पर आने वाली जनसंख्या है। इस कारण से पहाड़ी इलाकों का दोहन होता है। मानवीय गतिविधियों के अधिक होने के कारण पर्यावरण को नुकसान होता है। पहाड़ों में अत्यधिक निर्माण के कारण यहां की प्रकृति-स्थल को नुकसान पहुंचता है। जिस कारण से भू-धंसाव की समस्या गंभीर रूप ले रही है। इससे बचने का उपाय या है कि हमें पहाड़ी क्षेत्रों में अत्यधिक मानवीय निर्माण को बंद कर देना चाहिए। प्रकृति के साथ तालमेल बिठाकर ही यहां जीवन जीना आवश्यक है। व्यवसायिक गतिविधियां यहां संचालित नहीं करनी चाहिए। खूब पेड़ लगाना चाहिए और पर्यावरण संरक्षण के उपाय का पालन करना चाहिए। मानव की गतिविधियों के कारण हो रहे भूस्खलन को रोका जा सकता है। (paragraph writing BHU dashaon in Hindi 180 words)
स्लोगन
जब धरती के गर्भ जल का दोहन बेतहाशा होता है,
धरती के अंदर विशेष प्रकार के चट्टानों का भू-जल खत्म होता है
तब यही चट्टानें खिसकने लगती हैं तो भूमि धंसने की घटना होती है…
अमेरिका में 80% भूमि धंसने की घटना का कारण इंसानी गतिविधियां।
environment anuchchhed (आने वाली पीढ़ियों के लिये पर्यावरण सुरक्षा) अनुच्छेद, परीक्षा पर चर्चा 2023
FAQ
भूस्खलन की समस्या का कारण क्या है?
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि भूस्खलन एक ऐसी समस्या है जिससे पहाड़ी क्षेत्रों के लोग परेशान है। भूस्खलन का शाब्दिक अर्थ होता भूमि का धंसना (Land Subsidence) इसका कारण यह है कि जमीन के अंदर बड़ी-बड़ी चट्टानें होती हैं। इन चट्टानों के इर्द-गिर्द पानी भरा होता है। जब भूजल को इंसान अपने उपयोग के लिए लगातार दोहन करता रहता है यानी कि यह जल को निकालता रहता है, तब एक समय ऐसा आता है, इन चट्टानों के बीच से पानी हट जाता है। फिर ये चट्टानें नीचे गिर जाती हैं, इस कारण से भूमि का धंसाव होता है।
भूमि धंसाव भूस्खलन से छोटा रूप में होता है। यह एक छोटे गड्ढे के बराबर भी हो सकता है या यह एक बड़े क्षेत्र में भी हो सकता है।
जोशीमठ गतिविधि वाले क्षेत्र में यही कारण से भूमि धंसाव के मामले जनवरी 2023 में सामने आए हैं। जो वैज्ञानिकों और प्राकृतिक पर्यावरणविद् को सोचने पर मजबूर कर दिया है।
भूमि धंसाव के मामले अमेरिका के कैलिफोर्निया टैक्सास फ्लोरिडा जैसे क्षेत्रों में भी देखे गए हैं। भारत में उत्तराखंड और पहाड़ी क्षेत्रों में यह मामले देखने को मिल रहे हैं।
क्या भूमि धंसाव की घटना मानवीय और प्राकृतिक दोनों कारणों से होती है?
आपको बता दें कि भूमि दशाओं के कारण मनुष्य गतिविधियों के साथ प्राकृतिक कारण भी है। यदि चट्टानों का पानी निकल जाता है तो भू स्खलन यानी की भूमि दशाओं के मामले होते हैं। इंसान जब प्रकृति का अधिक इस्तेमाल करता है। पहाड़ी क्षेत्रों में पानी के स्रोत के रूप में भूमि जल का दोहन करता है तब भूमि धंसाव के मामले अधिक बढ़ जाते हैं। यह समस्या पूरी दुनिया में सुरसा की तरह मुंह बाए खड़ी है। इस समस्या का समाधान यही है कि हम प्रकृति का दोहन इतना अधिक ना करें कि प्रकृति ही हम पर गुस्सा हो जाए।
इस आंकड़ों पर ध्यान दीजिए कि अमेरिका में भूमि जल के दोहन के कारण यानी इंसानों ने भूमि के जल को इतना ज्यादा इस्तेमाल कर लिया की चट्टानों के बीच में रहने वाला जल खतम हो गया और चट्टाने आपस में हिलने डुलने लगे जिस कारण से ऊपरी भूमि का भाग धंस गया। इस तरह की घटनाओं के आंकड़े निम्नलिखित है।
भूमि का धंसना एक वैश्विक समस्या (Global problem) है। अमेरिका में 45 राज्यों में 17,000 वर्ग मील से अधिक Bhumi dhasao कारण भूमिगत जल के दोहन है। अमेरिका में 80 प्रतिशत से अधिक जगहों पर जमीन धंसी हुई है।
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