December 2016

जीव जंतुओं की संवेदना व्यक्त करती बेचैन कविताएं

काव्य संग्रह अभिषेक कांत पाण्डेय मन को बेचैनकरती कविताओं कासंसार रचनेवाले श्यामकिशोर बेचैन उनयुवा कवियों मेंहैं जो कविताको मिशन केरूप में देखतेहैं। बस सहीसमय पर सहीबातों को कविताके रूप मेंजन समुदाय केसामने सरल वप्रभावी भाषा मेंअपनी बात कहदेने वाली प्रतिभाके धनी हैबैचैन। बैचेन खुद कहतेहैं कि कविताउनके लिए उसनदी के समानहै जो उन्हेंरचनेवाले के साथही …

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नोटबंदी के बाद राजनीति

अभिषेक कांत पाण्डेयनोट बंदी के बाद से देश की राजनीति दो खेमों में बंट गई है। सत्ता पक्ष जहां नोटबंदी के फायदे गिना रही है तो वहीं विपक्ष नोटबंदी से जनता को हो रही परेशानी को मुद्दा बनाकर राजनीति कर रही है। लेकिन इस बात से भी इनकार नहीं किया जा सकता है कि नोटबंदी …

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