अभी हम तरूणाई है

अभी हम तरूणाई है
अभी मंहगाई है
अभी भ्रष्टाचार है
अभी चुनाव है
अभी वादें हैं
अभी हम खोखले नहीं
अभी हम खेल भी नहीं
अभी हम तरूणाई हैं
अभी हम कुछ नहीं
कल हम है
कल हमारा है
कल हम वोट डालेंगे
कल हम फिजा बदेलेंगे
हम लोकतंत्र बनेंगे।
See also  रेल पटरियों पर भटकता बचपन

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top